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एशियन गेम्स 2018 में भारतीय कबड्डी टीम को हारने के लिए ईरान ने बनाया था दुबई मास्टर्स प्लान

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एशियाई खेलों में कबड्डी को 1990 में शामिल किया गया। भारत ने लगातार सात बार गोल्ड मैडल जितने के बाद 2018 के एशियाई खेलो में भारत को ईरान की टीम से सेमीफाइनल में सिखस्त मिली और भारत को ब्रोंज मैडल पर संतुष्ट होना पड़ा। इस हार के पीछे बोहोत सारी वजह रही होनी लेकिन ईरान के पूर्व कप्तान और कोच गोलमरेज़ा माज़न्दरानी (Gholamreza Mazandarani) ने बताया की उन्होंने भारतीय टीम को एशियाई खेलो में हारने की रणनीति पहले से बनाई थी। 

कबड्डी 360 के इंस्टग्राम हैंडल के साथ गोलमरेज़ा माज़न्दरानी लाइव सेशन में जुड़े थे वहा उन्होंने कैसे एशियाई खेलों के लिए ईरान कबड्डी टीम ने सारी तैयारी की थी इस बारे में बताया। 

गोलमरेज़ा माज़न्दरानी से दुबई मास्टर्स कबड्डी में ईरान के अनुभवी खिलाड़ियोंको नहीं ख़िलाने का कारन पूछा तो उन्होंने बताया की "दुबई मास्टर्स 2018 में फ़ज़ल अत्राचली, मेराज शैख़ जैसे अनुभवी खिलाड़ियोंको नहीं ख़िलाने के पीछे हमारी एक रणनीति थी जो की हमने एशियाई खेल 2018 को ध्यान में रखते हुवे बनाई थी। हमें फज़ल, मिराज़ और अबूज़र जैसे खिलाड़ियोंके बारे में पता था की वे कैसे खेलते है। उनको हमने दुबई मास्टर्स में नहीं खिलाया लेकिन उनकी प्रैक्टिस चल रही थी। हमें दुबई मास्टर्स के जरिये नए और युवा खिलाड़ियोंको परखने का मौका मिला। अगर हमारे अबुभवी खिलाडी नहीं चले तो उनके जगह कोनसा नया खिलाडी खेल सकता है ये जानने के लिए हमने दुबई मास्टर्स में नए खिलाड़ियोंको मौका दिया। और इससे एशियाई खेलो में बाकि की टीम्स भ्रमित हो जाये इसलिए हमने ये रणनीति बनाई थी। " 

भारतीय टीम के कमजोरी का भी फायदा ईरान के टीम को मिला। गोलमरेज़ा माज़न्दरानी ने बताया की "हमने तैयारी सिर्फ गोल्ड मैडल जितने के हिसाब से की थी हमारा लक्ष सिर्फ गोल्ड जितना ही था। भारतीय टीम साउथ कोरिया के साथ एक मैच हारी थी तो भारतीय टीम को सेमीफइनल जितने का दबाव था। लेकिन हमारे ऊपर कोई दबाव नहीं था। भारत की इसे कमजोरी का फायदा हमें मिला और इसी वजह से हम भारतीय टीम को आसानीसे हरा पाए। " 

गोलमरेज़ा माज़न्दरानी ईरान के सुरवती खिलाड़ियों में से एक है। जब ईरान में कबड्डी को कोई जनता भी नहीं था तब से लेकर आज तक कबड्डी में जो भी ईरान ने हाशिल किया उसमे गोलमरेज़ा माज़न्दरानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।  एक खिलाडी के तौर पर और अभी एक कोच के तौर पर।

प्रो कबड्डी लीग के छटे संस्करण में गोलमरेज़ा माज़न्दरानी ने यु मुम्बा टीम के साथ प्रो कबड्डी के कोच के तौर पर सुरवात की। सातवे संस्करण में वे तेलुगु टाइटन्स के साथ मुख्य कोच के भूमिका में जुड़े।

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