प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के सात संस्करण हो चुके है और 2020 में प्रो कबड्डी का आंठवा संस्करण खेला जायेगा। कबड्डी तो खेल पुराना है लेकिन उसे ज्यादा लोकप्रियता प्रो कबड्डी लीग आने के बाद मिली। प्रो कबड्डी का पहला संस्करण 2014 में खेला गया। 2014 से अबतक 2019 तक प्रो कबड्डी के कुल 7 संस्करण हो चुके है।
प्रो कबड्डी में हमें कही नये नियम देखने को मिले जैसे की डु और डाई रेड, सुपर रेड, सुपर टैकल और 30 सेकंड की रेड लिमिट। इन नये नियम आने से कबड्डी खेल बोहित ज्यादा दिलचस्प हो गया। नये नियम लोगो ने बोहोत पसंद किये लेकिन इसमें से एक नियम लोगो को पसंद नहीं आया और ओ था अगर रेडर बिना किसी विरोधी डिफेंडर को टच किये लॉबी या उसके बहार जाता है और उसके बाद अगर कोई डिफेंडर रेडर को टच करता है तो डिफेंडर भी आउट दिया जाता था।
इसी नियम (Raider Line Self Out Rule) के बारे में ई. प्रसाद राव ने कहा की "हम ये नियम में बदलाव करने की सोच रहे है। हम इस नियम में बदलाव करने के लिए फुटबॉल और बास्केटबॉल जैसे खेलो के नियमो को देख रहे है। इन खेलो में बॉल बज लाइन के बाहर चली जाती है तब खेल को रोक दिया जाता है। वैसे ही अगर रेडर बहार जाता है तो खेल को रोक देना चाहिए।"
ई. प्रसाद राव ने ये भी कहा की "कबड्डी वर्ल्ड कप 2019 में करने की सोच रहे थे लेकिन कुछ वजहसे हो नहीं पाया लेकिन 2020 में वर्ल्ड कप हो ऎसी हमारी इच्छा है। और इसी के साथ जैसे क्रिकेट में दो या उसके अधिक देशो में जैसे सीरीज होते है वैसे कबड्डी की भी सीरीज कराने की हम सोच रहे है।"
2020 में हमें प्रो कबड्डी के साथ साथ कबड्डी वर्ल्ड कप (Kabaddi World Cup 2020) भी देखने को मिल सकता है। लेकिन अभी तक ना प्रो कबड्डी के आंठवे सीजन की तारीख और वल्र्ड कप की तारीख तय नहीं हुई है।
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